NCERT Solutions for Chapter 13 मैं सबसे छोटी होऊं Class 6 Hindi Vasant I

यह कविता श्रीमती सुमित्रानंदन पंत द्वारा लिखी गयी है जो एक छोटी बच्ची के हमेशा सबसे छोटी रहने की इच्छा को व्यक्त करता है। ऐसा होने पर उस बच्ची को अपनी माँ से हमेशा प्यार मिलेगा। उसकी माँ उसे नहलाएगी, अपने हाथ से खिलाएगी, सजायेगी, संवारेगी। ऐसा होने पर उसे अपनी माँ की गोद और आँचल मिलेगा। उसे उसकी माँ कहानियां सुनाएगी कभी अकेला नहीं छोड़ेगी। वो कभी बड़ा होना नहीं चाहती क्योंकि बड़े होने पर उसे माँ का स्नेह और प्यार कम मिलेगा। 
NCERT Solutions for Class 6th Hindi Chapter 13 मैं सबसे छोटी होऊं

मैं सबसे छोटी होऊं Questions and Answers


Chapter Name

मैं सबसे छोटी होऊं NCERT Solutions

Class

CBSE Class 6

Textbook Name

Vasant I

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प्रश्नावली

कविता से :

प्रश्न 1. कविता में सबसे छोटे होने की कल्पना क्यों की गई है?

उत्तर 

कविता में कवि उनकी माँ कि गोद में सोना चाहता है । बच्ची सदैव माँ का आँचल पकडकर उनके साथ घूमना चाहती है इसलिए सबसे छोटे होने की कल्पना करती है ।


प्रश्न 2. कविता में 'ऐसी बड़ी न होऊँ मैं' क्यों कहा गया है? क्या तुम भी हमेशा छोटे बने रहना पसंद करोगे?

उत्तर 

बड़े होने पर माँ हर वक्त हमारे साथ नहीं रहती, अपने हाथो से खाना नहीं खिलाती, हाथ - मुँह नहीं धुलाती तथा हमारे शरीर से धूल साफ नहीं करती, खेलने के लिए हाथ में खिलोने नहीं देती तथा रात्रि में परियो की कहानी भी नहीं सुनाती इसलिए कविता में कहा गया है कि 'ऐसी बड़ी न होऊँ मैं '| हाँ, हम भी हमेशा छोटे बने रहना पसंद करेंगे |


प्रश्न 3. आशय स्पष्ट करो -

हाथ पकड़ फिर सदा हमारे

साथ नहीं फिरती दिन रात!

उत्तर 

इन पंक्तियों के माध्यम से कवि कहना चाहता है कि बड़े होने पर माँ बचपन की तरह हर वक़्त हमारे साथ नहीं रहती |


प्रश्न 4.अपने छुटपन में बच्चे अपनी माँ के बहुत करीब होते हैं | इस कविता में नज़दीकी की कौन - कौन सी स्थितियाँ बताई गई हैं?

उत्तर 

कवि उल्लेखित करता है कि बचपन में माँ हर वक्त हमारे साथ रहती है, अपने हाथों से खाना खिलाती है, हाथ - मुँह धुलाती है तथा हमारे शरीर से धूल साफ करती है, खेलने के लिए हाथ में खिलौने देती है तथा रात्रि में परियों की कहानी भी सुनाती है |


कविता से आगे :

प्रश्न 1. तुम्हारी माँ तुम लोगों के लिए क्या - क्या काम करती है?

उत्तर 

हमारी माँ हमारे लिये खाना बनाती है, हमें विद्यालय के लिए तैयार करती है, हमारे कपड़े धोती है, हमें खाना खिलाती है ।


प्रश्न 2. यह क्यों कहा गया है कि बड़ा बनाकर माँ बच्चे को छलती है?

उत्तर 

बड़े होने पर माँ हर वक्त हमारे साथ नहीं रहती, अपने हाथो से खाना नहीं खिलाती, हाथ - मुँह नहीं धुलाती तथा हमारे शरीर से धूल साफ नहीं करती, खेलने के लिए हाथ में खिलोने नहीं देती तथा रात्रि में परियो की कहानी भी नहीं सुनाती इसलिए कविता में कहा गया है कि बड़ा बनाकर माँ बच्चे को छलती है।


प्रश्न 3. उन क्रियाओं को गिनाओ जो इस कविता में माँ अपनी छोटी बच्ची या बच्चे के लिए करती है।

उत्तर 

गोद में सुलाना

खाना खिलाना

तैयार करना

कहानी सुनाना

खेलना


अनुमान और कल्पना :

प्रश्न 1. इस कविता के अंत में कवि माँ से चंद्रोदय दिखा देने कि बात क्यों कर रहा है? चाँद के उदित होने की कल्पना करो और होनी कक्षा में बताओ|

उत्तर 

बच्चों को चंद्रोदय होते देखना बहुत अच्छा लगता है, इसलिए इस कविता के अंत में कवि माँ से चंद्रोदय दिखा देने की बात कर रहा है।

चंद्रोदय होते समय मौसम बहुत सुहावना होता है तथा चाँद क प्रकाश पूरे आकाश में चांदनी के रुओ में फैला होता है।


प्रश्न 2. इस कविता को पढ़ने के बाद एक बच्ची और उसकी माँ का चित्र तुम्हारे मन में उभरता है | वह बच्ची और क्या - क्या कहती होगी? क्या - क्या करती होगी? कल्पना करके एक कहानी बनाओ|

उत्तर 

वह बच्ची पूरे दिन अपने माँ के साथ रहती होंगी| सुबह उठते ही वह अपनी माँ को अपने सपने के बारे में बताती होगी| उसके बाद वह अपनी माँ से हर काम में हाथ बटाने को कहती होगी | वह बच्ची हर रोज़ अपनी माँ को कोई नयी ख्वाहिश बताती होगी। वह अपनी माँ से अनेक प्रकार के सवाल पूछती होगी जैसे माँ गैस कैसे चलता है? साइकिल कैसे चलती है? परियाँ कहाँ रहती हैं?


प्रश्न 3. माँ होना एक दिन कैसे गुज़ारती है? कुछ मौकों पर उसकी दिनचर्या बदल जाया करती है जैसे - मेहमानों के आ जाने पर, घर में किसी के बीमार पद जाने पर या त्योहार के दिन। इन अवसरों पर माँ की दिनचर्या पर क्या फर्क पड़ता है? सोचो और लिखो|

उत्तर 

माँ पूरे दिन कुछ ना कुछ काम करती रहती है । सुबह सबसे जल्दी उठकर सबको जगाती है, बच्चों को विद्यालय के लिए तैयार करती है| फिर सबके लिए नाश्ता तथा खाना बनाती होगी । उसके बाद कपड़े धोती है | फिर खाना खाती है । शाम को बच्चों के साथ खेलती है। रात में सबके लिए खाना बनाती है तथा बच्चों को खाना खिलाकर कहानी सुनाती है | मेहमानों के आने पर माँ और भी अधिक व्यस्त हों आती है| माँ मेहमानों के लिए खाना बनाती है तथा उनके साथ समय बिताती है।


भाषा की बात :

प्रश्न 1. नीचे दिए गए शब्दों में अंतर बताओ, उनमें क्या फर्क है?

स्नेह - प्रेम

ग्रह - गृह

शांति - सन्नाटा

निधन - निर्धन

धूल राख

समान – सामान

उत्तर 

स्नेह - छोटो के लिए प्यार
प्रेम - छोटे - बड़ों सभी के लिए प्यार

ग्रह - नक्षत्र
गृह – घर

शांति - कोई हलचल न होना
सन्नाटा - वातावरण में चुप्पी होना

निधन - मृत्यु
निर्धन – गरीब

धूल - मिट्टी
राख़ - लकड़ी जलने के बाद का पदार्थ

समान - बराबर
सामान - सामग्री


प्रश्न 2. कविता में 'दिन - रात' शब्द आया है। दिन रात का विलोम है। तुम ऐसे चार शब्दों के जोड़े सोचकर लिखो जो विलोम शब्दों से मिलकर बने हों| जोड़ो के अर्थ को समझने के लिए वाक्य भी बनाओ।

उत्तर 

मोटा - पतला = राम तथा श्याम मोटू - पतलू की जोड़ी है।

आना - जाना = आजकल कारखाने में मज़दूरों का आना - जाना लगा रहता है।

अपना - पराया = हमें अपने - पराये में भेदभाव नहीं करना चाहिए।

फायदा - नुकसान = व्यापार में फायदा - नुकसान चलता रहता है।


कुछ करने को :

कक्षा में बच्चों को उनकी मर्ज़ी से दो समूहों में रखें -

(क) एक समूह में वे जो छोटे बने रहना चाहते हैं?

(ख) दूसरे समूह में वे जो बड़े होना चाहते हैं?

इन दोनों समूह के सभी बच्चे एक - एक कर बातएंगे कि वे क्यों छोटा बने रहना कहते हैं या क्यों बड़ा होना चाहते हैं?

उत्तर 

वे बच्चे सदैव माँ का आँचल पकडकर उनके साथ घूमना चाहते हैं इसलिए छोटे होने की कल्पना करते हैं।

तथा वे बच्चे जो अपनी जिम्मेदारियों का वहन करना चाहते हैं तथा समाज में अपना योगदान देना चाहते हैं, बड़ा होने की अभिलाषा करते हैं। 

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