NCERT Solutions for Chapter 21 अंगुलिमाल Class 6 Hindi Durva I
अंगुलिमाल Questions and Answers
Chapter Name | अंगुलिमाल NCERT Solutions |
Class | CBSE Class 6 |
Textbook Name | Durva I |
Related Readings |
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गुस्सा शरण धैर्यपूर्वक टूट जाना एक बार
भगवान बुद्ध घृणा शिष्प मुस्कराकर जुड़
जाना दुबारा सतना धैर्य स्वागत इसलिए
निर्दयी डाकू अंगुलियों की माला बिना डरे समझ जाना
उत्तर
छात्र स्वयं प्रयास करें।
- पहले मैं गांव में रहता था।
- अब मैं शहर में रहता हूँ।
1. पहले राघवन फुटबॉल खेलता था।
2. पहले सुष्मा गाना सीखती थी।
3. पहले वे चाय पीते थे।
4. पहले हम गाँव के विद्यालय में पढ़ते थे।
उत्तर
1. अब वह हॉकी खेलता है।
2. अब वह पेंटिंग सीखती है।
3. अब वे कॉफी पीते हैं।
4. अब हम डी.ए.वी. विद्यायल में पढ़ते हैं।
(हो गया/हो गई, बैठ गया/बैठ गए, रह गया/रह गए/रह गई)
- समझना - समझ गया, समझ गयी
- मैं आपकी बात समझ गया।
1. मेरा काम पूरा
2. तुम देर से आये, चाय खत्म
3. नौकर रास्ते में ही
4. सभी विद्यार्थी अपनी-अपनी सीट पर
5. अंजना खुश
उत्तर
1. मेरा काम पूरा हो गया।
2. तुम देर से आये, चाय खत्म हो गई।
3. नौकर रास्ते में ही रह गए।
4. सभी विद्यार्थी अपनी-अपनी सीट पर बैठ गए।
5. अंजना खुश हो गई।
(क) नमूना
- मैं पुस्तक पढता हूँ।
- मैंने पुस्तक पढ़ी।
1. रमेश पतंग उड़ाता है।
2. मैं हिंदी सीखता हूँ।
3. हम मिठाई खाते हैं।
उत्तर
1. रमेश ने पतंग उड़ाई।
2. मैंने हिंदी सीखी।
3. हमने मिठाई खाई।
(ख) नमूना
- मैं दूध पीता हूँ।
- मैंने दूध पिया।
2. वह कपड़े धोता है।
3. सलमा चित्र बनाती है।
उत्तर
1. मैंने चित्र बनाया।
2. उसने कपड़े धोये।
3. सलमा ने चित्र बनाया।
(ग) नमूना
- ललिता रोज़ नौ बजे सो जाती है।
- आज वह आठ बजे सो गयी।
2. अख़बार रोज सुबह ग्यारह बजे आ जाता है।
3. सुनीता रोज सुबह नहाती है।
उत्तर
1. आज वह 10 बजे स्कूल गया।
2. आज अख़बार बारह बजे आया।
3. आज सुनीता शाम को नहाएगी।
5. प्रश्नों के उत्तर दो।
1. अंगुलिमाल कौन था?
उत्तर
अंगुलिमाल एक डाकू था जो लोगों के साथ लूट-पाट करता था। वह बहुत निर्दयी था और लोगों को बहुत सताता था।
उत्तर
डाकू को अंगुलिमाल इसलिए कहा जाता था क्योंकि वह जिसको लूटता था उसको मारकर उसकी उँगली की माला अपने गले में पहनता था।
उत्तर
अंगुलिमाल इसलिए गुस्सा हुआ क्योंकि उसे पता लगा था कि महात्मा बुद्ध उसके जंगल में आने वाले हैं।
उत्तर
भगवान बुद्ध ने अंगुलिमाल का स्वागत अपनी चेहरे की मुस्कान के साथ किया। वे बिना डरे धैर्यपूर्वक अंगुलिमाल के पास गए।
उत्तर
भगवान बुद्ध ने अंगुलिमाल से पेड़ की चार पत्तियों को तोड़कर लाने को कहा।