NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 12 तताँरा-वामीरो कथा - लीलाधर मंडलोई
Chapter Name | NCERT Solutions for Chapter 12 तताँरा-वामीरो कथा - लीलाधर मंडलोई (Tatanra-Vamiro Katha - Leeladhar Mandloi) |
Author Name | लीलाधर मंडलोई (Leeladhar Mandloi) 1954 |
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Topics Covered |
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प्रश्न -अभ्यास
NCERT Solutions for Chapter 10 लीलाधर मंडलोई – तताँरा-वामीरो कथा Class 10 Hindi मौखिक
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-
1. तताँरा-वामीरो कहाँ की कथा है?
उत्तर
ततांरा-वामीरो लिटिल अंदमान और कार-निकोबार, द्वीप समूहों के विभक्त होने की लोककथा है।
2. वामीरो अपना गाना क्यों भूल गई?
उत्तर
अचानक एक ऊंची लहर उठी और उसने वामीरो को भिगो दिया; जिसकी वजह से वह हड़बड़ाहट में गाना भूल गई।
3. तताँरा ने वामीरो से क्या याचना की?
उत्तर
ततांरा ने वामीरो से अगले दिन उसी चट्टान पर आने की याचना की।
4. तताँरा और वामीरो के गाँव की क्या रीति थी?
उत्तर
ततांरा और वामीरो के गांव की रीति के अनुसार वैवाहिक संबंध बनाने के लिए लड़के और लड़की, दोनों का एक ही गांव का होना आवश्यक था।
5. क्रोध में तताँरा ने क्या किया?
उत्तर
ततांरा ने अपने क्रोध का शमन करने के लिए अपनी लकड़ी की तलवार निकालकर पूरी शक्ति से उसे धरती में घोंप दिया और ताकत से उसे खींचकर धरती को दो टुकड़ों में विभाजित कर दिया।
NCERT Solutions for Chapter 12 तताँरा-वामीरो कथा - लीलाधर मंडलोई Class 10 Hindi मौखिक
क. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 पक्तियों में) लिखिए-
1. तताँरा की तलवार के बारे में लोगों का क्या मत था?
उत्तर
ततांरा के पास एक लकड़ी की तलवार के बारे में लोगों का मानना था कि लकड़ी की होने के बावजूद भी उस तलवार में अद्भुत दैवीय शक्तियां है। ततांरा उसे कभी भी दूसरों के सामने उपयोग नहीं करता था, किंतु उसके साहसिक कारनामें बेहद चर्चित थे। ततांरा की तलवार एक विलक्षण रहस्य थी।
2. वामीरो ने तताँरा को बेरुखी से क्या जवाब दिया?
उत्तर
जब वामीरो ने हड़बड़ाकर अपना गीत बंद कर दिया, तब ततांरा ने उससे अपना गीत पूरा करने की याचना की। इस पर वामीरो ने उसे बेरुखी के साथ जवाब दिया कि पहले वह बताएं कि वह कौन है जो उसे इस तरह घूर रहा है और ऐसा असंगत प्रश्न पूछ रहा है; एवं वह अपने गांव के अलावा किसी और गांव के युवक के प्रश्न का उत्तर देने को बाध्य नहीं है।
3. तताँरा-वामीरो की त्यागमयी मृत्यु से निकोबार में क्या परिवर्तन आया?
उत्तर
ततांरा-वामीरो की त्यागमयी मृत्यु के बाद वहां के लोगों में यह सुखद परिवर्तन आया कि अब निकोबारी दूसरे गांवों में भी आपसी वैवाहिक संबंध करने लगे हैं।
4. निकोबार के लोग तताँरा को क्यों पसंद करते थे?
उत्तर
ततांरा बहुत ही नेक और मददगार था। वह सदैव दूसरों की सहायता के लिए तत्पर रहता था। वह अपने गांव वालों के साथ-साथ समूचे व्दीपवासियों की सेवा करना अपना परम कर्तव्य समझता था। उसके इस त्याग की वजह से वह बहुत चर्चित था और सब भी उसका आदर करते थे।
ख. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए-
1. निकोबार द्वीपसमूह के विभक्त होने के बारे में निकोबारियों का क्या विश्वास है?
उत्तर
निकोबार द्वीपसमूह के विभक्त होने के बारे में निकोबारियों का विश्वास है कि पहले ये दोनों द्वीप एक ही थे, जहां एक गांव में तताँरा नामक युवक और दूसरे गांव में वामीरो नामक युवती रहते थे। यह दोनों एक दूसरे से बेहद प्रेम करते थे लेकिन वहां की परंपरा के अनुसार उनके बीच वैवाहिक संबंध संभव नहीं था। इस कारण उनकी प्रेम कहानी का एक दुखद घटना के साथ अंत हो गया और वह व्दीप भी दो अलग-अलग हिस्सों में बंट गया। उनकी इस प्रेम कहानी ने वहां के लोगों की सोच और वहां की रूढ़िवादी परंपराओं को भी बदल दिया।
2. तताँरा खूब परिश्रम करने के बाद कहाँ गया? वहाँ के प्राकृतिक सौंदर्य का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए।
उत्तर
ततांरा दिनभर के अथक परिश्रम के बाद संध्या के समय समुद्र किनारे टहलने निकलता है। समुद्र किनारे ठंडी-ठंडी हवा बह रही थी। सभी पक्षी अपने-अपने घोंसलों को लौट रहे थे और उनकी चहचहाहट धीरे-धीरे शांत हो रही थी, आसमान में डूबते हुए सूरज की अंतिम रंग-बिरंगी किरणें बहुत मनमोहक लग रही थी। समुद्र तट का ऐसा अद्भुत और सुंदर नज़ारा ततांरा के मन को धीरे-धीरे शांत कर रहा था।
3. वामीरो से मिलने के बाद तताँरा के जीवन में क्या परिवर्तन आया?
उत्तर
वामीरो से मिलने के बाद ततांरा के गंभीर, शांत और सुखी जीवन में बेचैनी और छटपटाहट ने जगह बना ली थी, इससे वह अचंभित था, साथ ही रोमांचित भी था। वह वामीरो को देखते ही सम्मोहित और हो गया। उसका ह्रदय वामीरो से मिलने के लिए व्यथित था। उसके लिए वामीरो के बिना एक पल भी गुजारना मुश्किल हो गया था। वह हर वक्त वामीरो के बारे में ही सोचता रहता था और शाम होने की प्रतीक्षा करता रहता था। रोज़ शाम होने से पहले ही वह उस चट्टान पर जा बैठता था और वामीरो के आने की प्रतीक्षा किया करता था।
4. प्राचीन काल में मनोरंजन और शक्ति-प्रदर्शन के लिए किस प्रकार के आयोजन किए जाते थे?
उत्तर
प्राचीन समय में मनोरंजन और शक्ति-प्रदर्शन के लिए विभिन्न मेलों, पशु-पर्वों, कुश्ती-प्रतियोगिताओं, संगीत-सभाओं, आदि का आयोजन किया जाता था। पशु-पर्वों में हृष्ट-पुष्ट पशुओं का प्रदर्शन किया जाता था और पुरूषों को भी अपनी शक्ति का प्रदर्शन करने के लिए पशुओं से भिड़ाया जाता था। ऐसे आयोजनों में पूरे गांव के लोग शामिल होते थे। इनमें मनोरंजन के साथ-साथ भोजन आदि की भी पूरी व्यवस्था भी होती थी।
5. रूढियाँ जब बंधन बन बोझ बनने लगें तब उनका टूट जाना ही अच्छा है। क्यों? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर
रूढ़ियां जब बंधन बन बोझ बनने लगे तब उनका टूट जाना ही अच्छा है, क्योंकि समाज में प्रचलित रीति-रिवाज और कानूनों का निर्माण मनुष्य को बांधने के लिए नहीं, बल्कि समाज को सुधारने के लिए किया जाता है। मनुष्य जीवन और समाज प्रगतिशील है, समय के साथ-साथ हर चीज में बदलाव आ रहा है, हमारा रहन-सहन बदलता जा रहा है और इन सबके साथ-साथ रूढ़ीवादी विचारधाराओं और रीति-रिवाजों में बदलाव लाना भी आवश्यक है। बंधनों में जकड़कर व्यक्ति और समाज का विकास, सुख-चैन, अभिव्यक्ति आदि रुक जाती है।
ग. निम्नलिखित के आशय स्पष्ट कीजिए-
1. जब कोई राह न सूझी तो क्रोध का शमन करने के लिए उसमें शक्ति भर उसे धरती में घोंप दिया और ताकत से उसे खींचने लगा।
उत्तर
प्रस्तुत पंक्तियों का तात्पर्य है कि जब पशु-मेले में वामीरो की मां व सभी गांववाले ततांरा का अपमान कर रहे थे, तब तातारा अपमान को सहन नहीं पाया और बहुत असहाय महसूस कर रहा था क्योंकि रीति-रिवाजों में बंधकर वह वामीरो से वैवाहिक संबंध नहीं बना सकता था, जिसकी वजह से वामिरो रोए जा रही थी और वह उसके दुःख को चाहकर भी कम नहीं कर सकता था। ऐसी स्थिति में उसे और कुछ नहीं सूझा इसलिए उसने अपने क्रोध को शांत करने के लिए अपनी तलवार से जमीन को दो टुकड़ों में विभाजित कर दिया।
2. बस आस की एक किरण थी जो समुद्र की देह पर डूबती किरणों की तरह कभी भी डूब सकती थी।
उत्तर
प्रस्तुत पंक्तियों में ग्रामीणों की प्रतीक्षा करते हुए तातारा के बेचैन मन की स्थिति का वर्णन किया गया है। उसका मन इसी उधेड़बुन में लगा हुआ था कि वामीरो उससे मिलने आएगी या नहीं। उसे अपने मन की आशा डुबते हुए सूरज की तरह लग रही थी; जो धीरे-धीरे, जैसे-जैसे समय निकल रहा था, वैसे-वैसे सूरज की तरह डूबते जा रही थी।
NCERT Solutions for Chapter 12 तताँरा-वामीरो कथा - लीलाधर मंडलोई Class 10 Hindi भाषा अध्ययन
1. निम्नलिखित वाक्यों के सामने दिए कोष्ठक में (✓) का चिन्ह लगाकर बताएं कि वह वाक्य किस प्रकार का है –
(क) निकोबारी उसे बेहद प्रेम करते थे। (प्रश्नवाचक, विधानवाचक, निषेधात्मक, विस्मयादिबोधक)
(ख) तुमने एकाएक इतना मधुर गाना अधूरा क्यों छोड़ दिया? (प्रश्नवाचक, विधानवाचक, निषेधात्मक, विस्मयादिबोधक)
(ग) वामीरो की माँ क्रोध में उफन उठी। (प्रश्नवाचक, विधानवाचक, निषेधात्मक, विस्मयादिबोधक)
(घ) क्या तुम्हें गाँव का नियम नहीं मालूम? (प्रश्नवाचक, विधानवाचक, निषेधात्मक, विस्मयादिबोधक)
(ङ) वाह! कितना सुंदर नाम है। (प्रश्नवाचक, विधानवाचक, निषेधात्मक, विस्मयादिबोधक)
(च) मैं तुम्हारा रास्ता छोड़ दूँगा। (प्रश्नवाचक, विधानवाचक, निषेधात्मक, विस्मयादिबोधक
उत्तर
(क). विधानवाचक
(ख). प्रश्नवाचक
(ग). विधानवाचक
(घ). प्रश्नवाचक
(ड़). विस्मयादिबोधक
(च). विधानवाचक
2. निम्नलिखित मुहावरों का अपने वाक्यों में प्रयोग कीजिए –
(क) सुध-बुध खोना
(ख) बाट जोहना
(ग) खुशी का ठिकाना न रहना
(घ) आग बबूला होना
(ङ) आवाज उठाना
उत्तर
(क). अपने इकलौते बेटे की दुर्घटना के बारे में जानकर उसकी मां सुध-बुध बैठी।
(ख). शाम होते ही श्यामा अपने पति की बाट जोहने लगती है।
(ग). नौकरी लगते ही उसकी और उसके घरवालों की खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा।
(घ). इतना समझाने के बावजूद भी जब उसके बेटे ने गलती दोहराई, तो उसने आग बबूला होकर उसको बहुत मारा।
(ड़). हमें हमेशा अत्याचार और बुराई के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए।
3. नीचे दिए गए शब्दों में से मूल शब्द और प्रत्यय अलग करके लिखिए-
चर्चित, साहसिक, छटपटाहट, शब्दहीन
उत्तर
चर्चित = चर्चा + इत
साहसिक = साहस + इक
छटपटाहट = छटपट + आहट
शब्दहीन = शब्द + हीन
4. नीचे दिए गए शब्दों में उचित उपसर्ग लगाकर शब्द बनाइए-
आकर्षक, ज्ञात, कोमल, होश, घटना।
उत्तर
अन + आकर्षक = अनाकर्षक
अ + ज्ञात = अज्ञात
सु + कोमल = सुकोमल
बे + होश = बेहोश
दुर् + घटना = दुर्घटना
5. वाक्यों को निर्देशानुसार परिवर्तित कीजिए –
(क) जीवन में पहली बार मैं इस तरह विचलित हुआ हूँ। (मिश्र वाक्य)
(ख) फिर तेज कदमों से चलती हुई तताँरा के सामने आकर ठिठक गई। (संयुक्त वाक्य)
(ग) वामीरो कुछ सचेत हुई और घर की तरफ दौड़ी। (सरल वाक्य)
(घ) तताँरा को देखकर वह फूटकर रोने लगी। (संयुक्त वाक्य)
(ङ) रीति के अनुसार दोनों को एक ही गाँव का होना आवश्यक था। (मिश्र वाक्य)
उत्तर
(क). जीवन में पहली बार ऐसा हुआ कि मैं विचलित हुआ हूं।
(ख). वह फिर तेज कदमों से चलती हुई आई और ततांरा के सामने आकर ठिठक गई।
(ग). वामीरो कुछ सचेत होकर घर की तरफ दौड़ी।
(घ). उसने ततांरा को देखा और फूट-फूटकर रोने लगी।
(ड़). रीति के अनुसार यह आवश्यक था कि दोनों एक ही गांव के हों।
7. नीचे दिए गए शब्दों के विलोम शब्द लिखिए-
भय, मधुर, सभ्य, मूक, तरल, उपस्थिति, सुखद।
उत्तर
भय – अभय
मधुर – कर्कश
सभ्य – असभ्य
मूक – वाचाल
तरल – ठोस
उपस्थिति – अनुपस्थिति
सुखद – दुखद
8. नीचे दिए गए शब्दों के दो-दो पर्यायवाची शब्द लिखिए-
समुद्र, आँख, दिन, अँधेरा, मुक्त।
उत्तर
समुद्र – सागर, समंदर।
आंख – नयन, नैन।
दिन – दिवस, वार।
अंधेरा – अंधकार, तम।
मुक्त – आजाद, स्वतंत्र।
9. नीचे दिए गए शब्दों का वाक्यों में प्रयोग कीजिए –
किंकर्तव्यविमूढ, विहृल, भयाकुल, याचक, आकंठ।
उत्तर
(क). रजत के उस पर बहुत से एहसान है, इसलिए वह उनके प्रति किंकर्तव्यविमूढ़ है।
(ख). वह अपने पिता को इस हाल में देखकर विहृल हो गई।
(ग). इतना भयानक सपना देखकर वह भयाकुल हो उठा।
(घ). द्वार पर एक याचक खड़ा है।
(ड़). ईश्वर से उसे बहुत ही मधुर आकंठ की देन मिली है।
10. किसी तरह आँचरहित एक ठंडा और ऊबाऊ दिन गुजरने लगा ‘ वाक्य में दिन के लिए किन-किन विशेषणों का प्रयोग किया गया है? आप दिन के लिए कोई तीन विशेषण और सुझाइए।
उत्तर
वाक्य में दिन के लिए आँचरहित, एक ठंडा और ऊबाऊ, जैसे विशेषणों का प्रयोग किया गया है।
दिन के लिए कुछ और विशेषण है –
अच्छा, बुरा, उमस भरा, लंबा, नीरस, बड़ा, आदि।
11. इस पाठ में ‘ देखना ‘ क्रिया के कई रूप आए हैं ‘ देखना ‘ के इन विभिन शब्दप्रयोगों में क्या अंतर है? वाक्यप्रयोग द्वारा स्पष्ट कीजिए।
उत्तर
पाठ में ‘देखना’ क्रिया के प्रयोग हुए रूप —
देखना, नज़र पड़ना, घुरना, आंखें केंद्रित करना, ताकना, निहारना।
पाठ में ‘बोलना’ क्रिया के प्रयोग हुए रूप —
बोलना, कहना, बकना, बतियाना, गप्पे मारना, वार्तालाप करना, चिल्लाना।
12. वाक्यों के रेखांकित पदबंधों का प्रकार बताइए-
(क) उसकी कल्पना में वह एक अद्मुत स्राहसी युवक था।
(ख) तताँरा को मानो कुछ ह्रोश आया।
(ग) वह भागा-भागा वहाँ पहुँच जाता।
(घ) तताँरा की तलवार एक विलक्षण रहस्य थी।
(ङ) उसकी व्याकुल आँखें वामीरो को हूँढने में व्यस्त थीं।
उत्तर
(क). विशेषण पदबंध
(ख). क्रिया पदबंध
(ग). क्रिया विशेषण पदबंध
(घ). संज्ञा पदबंध
(ड़). संज्ञा पदबंध